हाय नमस्कार दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताने वाले हैं साइबर सुरक्षा क्या है साइबर सुरक्षा के प्रकार और इसके खतरे क्या है और आप इसे कैसे बच सकते हैं और साइबर सुरक्षा के फायदे क्या है चलिए इसकी जानकारी हम आपको इस पोस्ट में अंत तक देने वाले हैं जिसमें आप इन सब से दूर रहे।।
साइबर सुरक्षा क्या है साइबर सुरक्षा दोस्तों अगर आपको जानना है कि साइबर सुरक्षा क्या है इसका डेफिनेशन यह कैसे काम करता है और इसके क्या-क्या प्रकार हैं अगर आप इन सभी से जुड़ी जानकारी को जानना चाहते हैं तो हो सकता है आपके लिए इस आर्टिकल में सभी जानकारी दी गई है
दोस्तों आपको मेरे इस लेख को ठीक से पढ़ने के बाद आपको इसकी फुल इनफार्मेशन पता चल जाएगी तो अगर आप जानना चाहते हैं इस सब साइबर सुरक्षा के बारे में तो मेरे इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें तो चलिए दोस्तों जानते हैं विस्तार से क्या है साइबर सुरक्षा ।
साइबर सुरक्षा क्या है ?
साइबर सिक्योरिटी साइबर सुरक्षा दोनों एक ही है दोस्तों अगर आप साइबर सुरक्षा के बारे में नहीं जानते हैं तो आपको मैं बता दूं कि साइबर सुरक्षा एक तरह की ऐसी सुरक्षा है जो इंटरनेट से जुड़े सभी सिस्टम को सुरक्षा देती है इस सिस्टम से और के लिए एक सिक्योरिटी होती है
इसके द्वारा हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर की डाटा को और भी सिक्योर बनाया जाता है क्योंकि यह होता है कि जितना किसी भी तरह से डाटा की चोरी ना हो और सभी डॉक्यूमेंट और फाइल सुरक्षित रहें दोस्तों इसी के साथ साइबर सुरक्षा दो शब्दों से मिलकर बना है
पहला साइबर प्लस सिक्योरिटी मतलब जो कुछ भी इंटरनेट इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी कंप्यूटर नेटवर्क एप्लीकेशन या डाटा से संबंधित है उसे हम साइबर कहते हैं ।
साइबर सुरक्षा के जनक कौन है?
चलो हम चलो दोस्तों हमने जान लिया कि साइबर सुरक्षा क्या है अब जान लेते हैं कि साइबर सुरक्षा के जनक कौन है दोस्तों साइबर सुरक्षाके जनक थॉमस एक अग्रणी कंप्यूटर वैज्ञानिक है जिन्हें साइबर सुरक्षा के जनक के रूप में जाना जाता है दोस्तों आपको बता दें कि
उन्होंने पाया कि कंप्यूटर प्रोग्राम नेटवर्क के माध्यम से यात्रा कर सकते हैं उन्होंनेकुछ सुरक्षा प्रोटोकॉल और अभ्यास विकसित किया जो आज भी उपयोग में है इसलिए उन्हें साइबर सुरक्षा का जनक माना जाता है ।
साइबर सुरक्षा किस तरीके से काम करता है?
चलिए दोस्तों अब इतना जानने के बाद अब हम जान लेते हैं कि साइबर सुरक्षा किस तरीके से कम कर सकता है दोस्तों साइबर सुरक्षा की अंतर्गत एथिकल हैकर्स की एक बड़ी टीम होती है जो आपका डाटा चोरी होने डाटा डिलीट होने या आपके किसी भी डिवाइस को किसी भी तरीके से नुकसान होने से बचते हैं
साइबर सुरक्षा को हम इंग्लिश में साइबर सिक्योरिटी भी कहते हैं मैं काम करने वाले बुरे लोगों को गलत काम करने से रोकते हैं इसके अंतर्गत आपके नेटवर्क कंप्यूटर सिस्टम किसी प्रोग्राम और आपका डाटा को एसईसी र रखते हैं और सीकर बनाते हैं इसीलिए साइबर सुरक्षा इस तरीके से काम करता है।
साइबर सुरक्षा क्यों जरूरी है ?
दोस्तों आपको बता दें कि साइबर सुरक्षा आपके लिए क्यों जरूरी है दोस्तों अगर आप नेटवर्क से भरी दुनिया में जुड़े हुए हैं और आप भी एक नेटवर्क से जुड़े हुए हैं या किसी भी तरह की इलेक्ट्रॉनिक चीज से जुड़े हुए हैं तो आपको साइबर सुरक्षा की बहुत आवश्यकता पड़ सकती है और यह आपके लिए बहुत जरूरी है दोस्तों क्यों जरूरी है इसके बारे में हम पॉइंट के हिसाब से जान लेते हैं।
- साइबर सुरक्षा हमारे निजी डेटा जैसे इमेज पीडीएफ टेक्स्ट डॉक्युमेंट या अन्य किसी भी प्रकार की डाटा जो हमारे कंप्यूटर में रहते हैं उन सभी को सुरक्षित रखने के लिए साइबर सिक्योरिटी बहुत जरूरी होती है ।
- इसी के साथ अगर हमारा कोई ऐसा भी डाटा जिसमें सिर्फ हमारा कॉपीराइट होता है उसे सुरक्षित रखने के लिए हमें साइबर सुरक्षा की बहुत ही ज्यादा आवश्यकता होती है
- और ऐसे में वह हमारे लिए बहुत जरूरी होता है जैसे कि अगर आपकी कोई कंपनी है और उसके डाटा को आपको सेफ रखना है तो उसके उत्तर पर सिर्फ आपका ही कॉपीराइट होता है तो उसे कोई चुरा ना ले या कोई दूसरा व्यक्ति उसे इस्तेमाल न कर पाए इसके लिए यह सुरक्षा आपके लिए बहुत जरूरी है ।
- हमारे बैंकिंग और फाइनेंशियल डाटा को सुरक्षा प्रदान करती है साइबर सुरक्षाहमारे बैंक से रिलेटेड सभी कामों के लिए बहुत जरूरी है यह हमारे सभी डॉक्यूमेंट को सेफ रखनी है क्योंकि अगर हमारा बैंकिंग डाटा सुरक्षित नहीं रहेगा तो कोई भी हैकर हमारे बैंक अकाउंट से पैसा निकाल सकता है
- और आजकल तो इंटरनेट बैंकिंग जिंदगी का जरूर हिस्सा बन गया है इसलिए बैंकिंग और फाइनेंशियल जितने भी हमारे काम होते हैं उन सब में हमें साइबर सुरक्षा की जरूरत होती है ।
- नेशनल सिक्योरिटी मतलब राष्ट्रीय सुरक्षा साइबर सिक्योरिटी के अनुसार और राष्ट्रीय सुरक्षा के अनुसार और के लिए भी साइबर सिक्योरिटी बहुत जरूरी होती है नेशनल सिक्योरिटी का मतलब है कि आजकल हमारे देश के डिफेंस सिस्टम में भी साइबर अटैक हो जाते हैं उन सब से बचने के लिए साइबर सुरक्षा की जरूरत पड़ती है।
- इसी के साथ बहुत से ऐसे डाटा इनफार्मेशन होते हैं जिसमें हमारी बहुत आवश्यक फाइलें होती हैं संवेदनशील होते हैं जो जैसे कि आजकल सरकारी है दफ्तरों में भी ज्यादातर काम इंटरनेट के द्वारा ही किया जाता है अगर आज किसी सरकारी दफ्तर का डाटा लीक हो
- जाए या कहीं पेपर लीक हो जाए तो वह एग्जाम भी रद्द किया जा सकता है और किया ही जाता है ऐसी परेशानियों से बचने के लिए हमें साइबर सुरक्षा की जरूरत बहुत ज्यादा पड़ती है हमारे जीवन में साइबर सुरक्षा बहुत जरूरीहै।
तो दोस्तों इस तरीके से आप सभी के जीवन में साइबर सुरक्षा की जरूरत बहुत ज्यादा पड़ेगी ही इसलिए इसके बारे में जानकारी आपको जानना बहुत जरूरी है।
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साइबर अपराध के प्रकार क्या है ?
चली दोस्तों अब हमने इतना जाना तो अब हम जान लेते हैं किसने चर्चा की कितने प्रकार होते हैं दोस्तों शायद सुरक्षा के बहुत से प्रकार होते हैं चलिए बिंदुओं के अनुसार जानते हैं ।
1 फिशिंग: फिशिंग फिशिंग एक प्रकार का साइबर सुरक्षा का प्रकार है दोस्तों इसमें आपको बता दें कि इस प्रकार की साइबर अपराध में हैकर किसी भी विश्वास वाली संस्था या बैंक के साथ या किसी भी इंसान को कोई मैसेज या ईमेल भेजता है तो भेजने के साथ
जो देखने पर बिल्कुल मानने लगता है इसके पीछे हैकर का मकसद उन इंसानों की संवेदनशील और जितनी भी उनकी इंपॉर्टेंट जानकारी है उन सबको निकालने के लिए बाय लिंक के अनुसार बैंक अकाउंट नंबर डेबिट कार्ड आधार कार्ड और जानकारी लेकर उसे आर्थिक नुकसान पहुंचाना चाहता है ।
2 चाइल्ड पॉर्नोग्राफी एंड एब्यूज : दोस्तों आज के जमाने में एक और नई साइबर क्राइम से जुड़ी एक और बात आपको बता दें कि इस प्रकार की साइबर अपराध में है कर ज्यादातर चैट रूम का इस्तेमाल कर सकते हैं और खुद की पहचान को छुपा कर शिष्टाचार के साथ बात करते हैं
और छोटे बच्चे या आयुष क्यों या वयस्कायों लोगों को ज्यादा जानकारी नहीं होती तो उन्हें धीरे-धीरे हैकर बच्चों को चाइल्ड पॉर्नोग्राफीके लिए बाधित करते हैं इसके अलावा बच्चे डर की बजे से अपने माता-पिता को कुछ बात नहीं पाते और ऐसे में वह साइबर अपराध के झांसी में फंस जाते हैं अगर इन सब से बचना चाहते हैं तो आप मेरे इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें।
3 मैन इन द मिडल अटैक : इस प्रकार का अटैक साइबर अपराध के अंतर्गत आता है यह एक अटैक करने वाला है कर होता है जो लोगों को संचार की जासूसी करते रहता है और कुछ समय बाद उन दोनों लोगों से में से एक बनकर सामने वाले से जरूरी इनफॉरमेशन और संवेदनशील डाटा को जैसे बैंक डेबिट कार्ड कार्ड डिटेल और इससे सामने वाले इंसान को पता भी नहीं चलता और है करके पास भी सारा इनफॉरमेशन आ जाती है यह भी बहुत ज्यादा प्रचलित है ।
4 डेनियल ऑफ सर्विस : दोस्तों इसको हम शॉर्ट में कहें तो इसको हम dos कहते हैं कहते हैं इसका मुख्य उद्देश्य किसी नेटवर्क या वेबसाइट की ट्रैफिक को कम करना इस अटैक के जरिए किसी भी नेटवर्क की वेबसाइट पर अत्याचार करना और वेबसाइट को कमजोर कर देना इसके साथ ही जो बहुत सारे सर्विस होते हैं जैसे ईमेल याहू हॉट में आदि इनमें जब अचानक से बहुत ज्यादा ट्रैफिक आएगा तो कोई भी यूजर अगर लोगों नहीं कर पाएगा लोग इन करने जाएगा तो यूजर उसे सर्विस को उसे ही नहीं कर पाएगा यह कहलाता है dos अटैक ।
5 स्पूफिंग: स्पूफिंग किस प्रकार के साइबर हमलों से हैकर की अन्य इंसान की पहचान आइडेंटिटी का इस्तेमाल करके किसी भी बड़े सर्वर या बड़ी कंपनी के सिस्टम में अटैक करना होता है इस अटैक के सहारे लेकर कोई हैकर आपकी जिंदगी भी बर्बाद कर सकता है ।
6 हैकिंग: हैकिंग हैकिंग के बारे में आप तो जानते ही होंगे दोस्तों इस प्रकार की साइबर अपराध में है कर प्रतिबंधित क्षेत्र में घुसकर किसी भी दूसरे इंसान को नुकसान पहुंचा देते हैं उनके डिवाइस में प्रवेश करके पर्सनल डाटा को चोरी कर लेते हैं सेंसिटिव इनफॉरमेशन को एक्सेस करते हैं बिना उसे इंसान के अनुमति के डाटा को चोरी करते हैं और किसी भी पर्सनल कंप्यूटर या मोबाइल ऑनलाइन बैंक अकाउंट नेट को वह अपने जरिए चलाने की कोशिश करते हैं।
7 साइबर थेफ्ट : इस प्रकार के साइबर अपराध में हैकर किसी भी कॉपीराइट कानून का उल्लंघन करता है और यह साइबर अपराध का हिस्सा बन जाता है जिसका अर्थ होता है कि कंप्यूटर या इंटरनेट के माध्यम से किसी भी डाटा की चोरी की गई और इसके अंतर्गत पहचान की भी चोरी की गई और पासवर्ड की चोरी सूचना की चोरी इंटरनेट समय की चोरी और आदि शामिल होते हैं ।
8 सलामी स्लाइसिंग अटैक : दोस्तों इस प्रकार की अटैक के बारे में आपको बता दें की सलामी सिलाई सिंह अटैक को सलामी धोखाधड़ी भी कहते हैं दोस्तों ऐसे अपराध अपराधी बहुत सारे छोटे अटैक कर करके बड़े अटैक को अंजाम देता है दोस्तों पहले लोग छोटे-छोटे अटैक करते हैं
उसके बाद बड़े अटैकों को करता है इसमें ग्राहक की जानकारी जैसे बैंक डेबिट कार्ड के डिटेल का इस्तेमाल करके भी बहुत छोटी मात्रा में पैसे की कटौती करते हैं इसमें आपको बता दें कि ग्राहक स्लाइसिंग से अनजान रहते हैं और किसी भी शिकायत नहीं करते हैं जिससे हैकर का भी पता नहीं चल पाता है यह केवल समय-समय पर छोटे वेतन वृद्धि से लाभ प्राप्त करने की रणनीति बनाते रहते हैं ।
9 नेटवर्क और गेटवे सुरक्षा: दोस्तों इस प्रकार की अपराध को हम नेटवर्क गेटवे सुरक्षा की पहली परत कहा जाता है अपने कंप्यूटर में फायरवॉल का नाम तो आपने जरूर ही सुना होगा उसी के साथ आपको बता दें कि यह एक नेटवर्क के लिए एक ऐसी सुरक्षा होती है दीवार होती है जो सिर्फ सुरक्षित चीजों को प्रवेश करने की अनुमति देता है तथा सुरक्षित को बाहर कर देती है ।
10 डाटा लॉस प्रिवेशन : डाटा लॉस प्रीवेंशन इस प्रक्रिया से यूजर के सभी डाटा को पूरी तरह से और कोड किया जा सकता है और जिसमें सल सिक्योरिटी स्टॉकिट्स लेयर का भी प्रयोग किया जाता है इस सुरक्षा के अंतर्गत सुरक्षा या डाटा को एन ऑथराइज्ड एक्सेस से दूर रखने के लिए इंक्रिप्ट कर दिया जाता है ।
11 ईमेल सिक्योरिटी : ईमेल सिक्योरिटी ईमेल सिक्योरिटी एक ऐसी साइबर सुरक्षा का प्रकार है जिसमें अगर आप ईमेल का उपयोग करते हैं तो आपने देखा ही होगा कि कुछ ईमेल समा फोल्डर में चली जाती है ऐसा आपने देखा होगा कि बहुत से नेटवर्क में नेटवर्क में ईमेल सिक्योरिटी के लिए स्पैम फिल्टर लगाए जाते हैं जिसमें हानिकारक ईमेल को यूजर की पहुंच से दूर रखा जा सकता है क्योंकि अधिकतर अपराध फीमेल फिशिंग के जरिए ही किया जाता है।
12 एंटीवायरस सिक्योरिटी सुरक्षा : एंटीवायरस सिक्योरिटी सुरक्षा यह एक ऐसी सुरक्षा है जिसमें सभी लोग अपने कंप्यूटर में एंटीवायरस लगाकर रखते हैं यह हमारे कंप्यूटर को विभिन्न प्रकार से वायरस से बचाता है और आखिर कंप्यूटर में हमारी सारी जितनी भी जानकारी है इनफॉरमेशन है उनको प्राइवेट रखता है और सपोर्ट करता है इसलिए इसे रखना बहुत जरूरी है ।
13 नेटवर्क एक्सेस कंट्रोल : इसके अलावा एक और साइबर सुरक्षा है जिसको हम नेटवर्क एक्सेस कंट्रोल कहते हैं यह उपयोगकर्ताओं और उपकरणों को नेटवर्क से बाहर रखने के लिए किया जाता है नाक नेटवर्क की कार्य क्षमता की सुरक्षा करती है यह सुनिश्चित करती है
कि केवल अधिकृत उपयोगकर्ता और डिवीजन तक ही इसकी पांच हो नेटवर्क ऑपरेटर तय करते हैं कि कौन से उदाहरण या उपकरण या एप्लीकेशन एंड पॉइंट सुरक्षा आवश्यकताओं का अनुपालन करते हैं और उन्हें नेटवर्क एक्सेस की अनुमति दी जाती है या नहीं ।
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साइबर सुरक्षा के फायदे कितने हैं?
तो चलिए दोस्तों अब हम जान देते हैं साइबर सुरक्षा के फायदे के बारे में और उनके फायदे कितने हैं चली बिंदुओं के अनुसार जानते हैं ।
- इसकी मदद से हम अनऑथराइज्ड एक्सेस से सुरक्षित रह सकते हैं जिससे किसी भी प्रकार का हमारे लिए डाटा लॉस नहीं होगा और ना ही खतरा रहेगा ।
- साइबर सुरक्षा की सहायता से हम अपने नेटवर्क को अच्छी तरीके से सुरक्षित रख सकते हैं और इससे निश्चित हो सकते हैं कि हमारे इंटरनेट का स्थान कोई और कर सकता है।
- आपके पर्सनल और संवेदनशील डाटा को एक सुरक्षा कवच प्रदान कर देता है जिससे हैकर आपकी फाइलों तक नहीं पहुंच पाता और भाई आपका डाटा चोरी हो सकता है।
- सुरक्षा सूचना बेहतर होती है यह आपके व्यापार प्रबंधन में काफी वृद्धि हो जाती है ।
- आजकल ऑनलाइन कैश ट्रांजैक्शन काफी प्रचलन में है इसलिए साइबर सुरक्षा के साथ सुरक्षित ट्रांजैक्शन करते रहें और साइबर सुरक्षा की जानकारी भी रखते रहे ।
निष्कर्ष – साइबर सुरक्षा क्या है
तो दोस्तों आज किस आर्टिकल में हमने आपको बताया साइबर सुरक्षा क्या है के बारे में आपको बताया कि साइबर सुरक्षा किस प्रकार काम कर सकता है और हाईवे सुरक्षा के प्रकार क्या है और इसके फायदे क्या है इन सभी की जानकारी हमने आपको ऐसा करने की है तो दोस्तों उम्मीद करता हूं कि आपको यह जानकारी पसंद आई होगी
अगर आपको यह जानकारी पसंद आई है तो अपने दोस्तों के साथ भी जरूर शेयर करें जिससे उनको भी जानकारी के बारे में पता चले तो चलते हैं और मिलते हैं ऐसे ही एक और नई जानकारी के साथ तब तक के लिए सुरक्षित रहे सरकार रहे चलिए चलते हैं धन्यवाद ।
FAQs
साइबर सुरक्षा के जनक कौन है?
साइबर सुरक्षा के जनक थॉमस माने जाते हैं उन्होंने जी साइबर सुरक्षा को बनाया है।
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